नई दिल्ली, (ब्यूरो) भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक के नतीजों का ऐलान हो गया है। इस बैठक के नतीजों के मुताबिक आरबीआई ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। इसके अलावा रिवर्स रेपो रेट भी जस की तस रखी गई है। आरबीआई ने रेपो रेट 4 फीसदी पर बरकरार रखने का ऐलान किया है। इसके अलावा रिवर्स रेपो रेट भी 3.35 फीसदी पर रखी गई है। यह लगातार तीसरी बार है, जब आरबीआई ने रेपो रेट और रिवर्स रेपो में कोई बदलाव नहीं किया है। इसके अलावा इस साल जीडीपी ग्रोथ -7.5% रहने का अनुमान जताया गया है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया गया है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि 2021 के लिए वास्तविक जीडीपी ग्रोथ -7.5% अनुमानित है। दास ने कहा कि ग्रामीण और शहरी मांग में सुधार देखने को मिल रहा है। ग्रामीण मांग में सुधार से और मजबूती मिलने की उम्मीद है, जबकि शहरी मांग भी गति पकड़ रही है। शक्तिकांत दास ने कहा है कि MPC ने मौद्रिक नीति के समायोजन के रुख को तब तक जारी रखने का फैसला किया, जब तक कम से कम चालू वित्त वर्ष तक और अगले साल तक टिकाऊ आधार पर विकास को पुनर्जीवित न कर लिया जाए और मुद्रास्फीति के लक्ष्य को सुनिश्चित करते हुए कोविड-19 के प्रभाव को कम न कर लिया जाए।
इसके अलावा MSF रेट और बैंक रेट में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसे भी 4.25% पर बरकरार रखा गया है। दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति का मानना था कि बंपर खरीफ की फसलों के कारण सर्दियों के महीनों में मुद्रास्फीति में कुछ राहत के साथ इसके ऊंचा रहने की संभावना है।